कॅरियर चुनने की सही राह
विद्यार्थियों के सन्मुख अब कॅरियर का चुनाव कोई समस्या नहीं रही। अब हर स्ट्रीम में अपनी रूचि के अनुसार कॅरियर विकल्प चुनने के ढेरों विकल्प मौजूद हैं।
देश में जैसे-जैसे शिक्षा का आकाश विस्तृत हो रहा है, कॅरियर विकल्प की उपलब्धता भी बढ़ती जा रही है। अब विद्यार्थियों के सामने हर स्ट्रीम में अपनी रूचि के अनुसार कॅरियर विकल्प चुनने के एक नहीं, सैकड़ों विकल्प मौजूद हैं।
कॉमर्स : बीकॉम, बीबीए, बीएमएस, बीबीएम, सीएफए, सीए, आईसीडब्ल्यूए, सीएफपी, बैंकिंग और इंश्योरेंस आदि कोर्स उपलब्ध हैं। कॉमर्स कॉलेज बिजनेस इकोनॉमिक्स, फाइनेंशियल अकाउंटिंग, कॉस्ट अकाउंटिंग, इनकम टैक्स, बिजनेस कम्युनिकेशन, मार्केटिंग, बिजनेस लॉ, बिजनेस फाइनेंस, ऑडिटिंग, जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज भी ऑफर करते हैं।
आर्ट्स : विद्यार्थी इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी और संस्कृत जैसे विषय चुन सकते हैं। वे मीडिया, जर्नलिज्म, लिटरेचर, सोशियोलॉजी, सोशल सर्विस, ह्यूमन साइकोलॉजी, पॉलिटिक्स, इकोनॉमिक्स, सिंगिंग, एक्टिंग, फोटोग्राफी और हिस्ट्री में कॅरियर बना सकते हैं।
विज्ञान : यह ‘मदर ऑफ सब्जेक्ट्स है। विज्ञान से कॉमर्स और विज्ञान से आट्र्स स्ट्रीम में भी कभी भी जा सकते हैं।
- इंजीनियरिंग : इस क्षेत्र में बहुत सी ब्रांच होती है जैसे – सिविल, एयरोस्पेस, एग्रीकल्चर, आर्किटेक्चर, ऑटोमोबाइल, ऑटोमेशन एंड रोबोटिक्स, डाटा साइंस, बॉयोमेडिकल इंजीनियर एंड टेक्नोलॉजी, केमिकल, कंप्यूटर साइंस, कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक एंड टेलीकम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, इंस्ट्रूमेंटेंशन और मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, केमिकल, सॉफ्टवेयर, मेकाट्रॉनिक्स, स्पेस एंड एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग आदि।
- आर्किटेक्चर : कंस्ट्रक्शन वर्क, बिल्डिंग व पुल आदि के ब्लूप्रिंट डिजाइनिंग में इंटरेस्ट है तो बी.आर्किटेक्चर कोर्स कर सकते हैं।
- एनडीए : यदि इंडियन एयर फोर्स, इंडियन नेवी, इंडियन आर्मी में जाना चाहते हैं, तो यह बेस्ट ऑप्शन है।
- फोरेंसिक साइंस : फोरेंसिक साइंटिस्ट, क्राइम सीन इन्वेस्टिगेटर, डिजिटल फोरेंसिक एक्सपर्ट आदि बन सकते हैं।
- फिजिकल साइंस : एस्ट्रोनॉमी, डिजास्टर मैनेजमेंट, कार्टोग्राफी जैसी फील्ड में इनॉर्गेनिक मैटेरियल जैसे एटमॉस्फर, स्पेस, पृथ्वी की जानकारी। कानून की पढ़ाई कर न्यायालय में वकील, न्यायिक मजिस्ट्रेट से लेकर सुप्रीम कोर्ट जज तक बनने के अवसर मिलेंगे। सिविल सर्विसेज के माध्यम से आईएएस, आईपीएस अधिकारी बनने के अवसर भी उपलब्ध हैं।
जो लोग स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं वे बैंकों की सुविधाएं व सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर खुद का उद्योग शुरू कर सकते हैं। जैसे ड्राइंग और पेंटिंग, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अभिनय, मल्टीमीडिया, वीडियोग्राफी, फिल्म निर्माण, ग्राफिक्स और एनिमेशन, रेडियो, फिल्म और टेलीविजन, इवेंट मैनेजमेंट, फैशन डिजाइन व प्रौद्योगिक, फल और बाग प्रबंधन, पोषण और आहार विज्ञान, व्यावसायिक चिकित्सा, पैरामेडिकल, पैथोलॉजी, एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर, आयुर्वेदिक फार्मेसी, फोटोग्राफी, शारीरिक शिक्षा और खेल, शरीर क्रिया विज्ञान और पोषण, फिजियोथेरेपी, एनिमेशन और मल्टीमीडिया, परिधान निर्माण, विमानन, अतिथ्य और पर्यटन, सिरेमिक प्रौद्योगिकी, क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री, क्लिनिकल लैब माइक्रोबायोलॉजी, क्लिनिकल ऑप्टोमेट्री, कंप्यूटर सिस्टम, रखरखाव और नेटवर्किंग, रचनात्मक कला, डेयरी प्रौद्योगिकी पर्यटन, पुनर्वास, ग्रामीण उद्योग और प्रबंधन, सुरक्षा और अग्नि प्रबंधन, बिक्री और विपणन, मूर्तिकला, रेशम उत्पादन, नौवहन, वस्त्र डिजाइन/प्रौद्योगिकी मनोरंजक प्रबंधन, पारंपरिक वास्तुकला, पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन, जल प्रबंधन, योग विज्ञान, परिधान उत्पादन और निर्यात प्रबंधन आदि विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध है।
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प्रो. डॉ. दयानंद तिवारी