Trip to Native Place | Book House | Book Lover

गांव यात्रा | ओमा शर्मा | A trip to native place | Oma Sharma

गांव यात्रा बीते दिनों हमने गांव में एक मकान बनवा लिया, जिसका नाम रखा ‘किताब-घर’। अपने अनुभवों के बूते पर कह सकता हूं कि यहां लोगों का शिक्षा पर भरोसा कमतर हुआ है।   गांव से एक ताल्लुक बचपन से ही रहा है। सात हजार की आबादी के हमारे गांव में दो स्कूल हैं; एक कन्या […]

होली, प्रह्लाद और इस्लाम | डॉ. शबनम खातून

होली, प्रह्लाद और इस्लाम | डॉ. शबनम खातून | Holi, Prahlad and Islam | Dr. Shabnam Khatun

होली, प्रह्लाद और इस्लाम ईश्वर भक्त प्रह्लाद की ही तरह इस्लाम में भी खुद को एकमात्र खु़दा का बंदा मानने वाले एक पैगंबर हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम हुए हैं, जिन्हें एक ताकतवर बादशाह ने विकराल आग में जला देने की कोशिश की, पर नाकामयाब रहा। जब प्रह्लाद ने अपने पिता हिरण्यकश्यप की बात नहीं मानी-यह कहते […]

चोटी पर न पहुंचे हुए लोग | सूर्यबाला

चोटी पर न पहुंचे हुए लोग | सूर्यबाला | People who haven’t reached the top | Suryabala

चोटी पर न पहुंचे हुए लोग   मुझ पर आजकल जबरदस्त हीनता का बोझ सवार है। कारण, मैं पहाड़ पर कभी नहीं गई इस बात को छुपाना चाहती थी। पर, जानती हूं कि अब छुप नहीं पाएगी। लोगों को बहुत जल्दी ही इस बात का पता लग जाएगा कि हिंदी की अमुक लेखिका अभी तक […]

Daughter | Father | Mother

बेटियों में मां | शैलजा पाठक | Mother Among Daughters | Shailja Pathak

बेटियों में मां पिताजी अपना ध्यान रखिएगा’, यह अंतिम वाक्य होता है फोन की बातचीत का। वो कहते हैं, ‘तुम लोग के आशीर्वाद से ठीक ही हैं।’ एक समय बेटियां इस कदर बड़ी हो जाती हैं कि कोई भी बुजुर्ग उनमें अपनी मां को देखने लगे। हाथ जोड़ दे। बोले, ‘आती रहना। उम्र तभी बढ़ेगी, […]

Spirituality

आध्यात्मिक बोध | सदगुरुश्री दयाल (डॉ. स्वामी आनन्द जी) | Spiritual Realization | Sadgurushree Dayal (Dr. Swami Anand Ji)

आध्यात्मिक बोध शब्द योग मानता है कि सबकुछ अनहद नाद से प्रकट हुआ। जब तुम अपने भीतर प्रवेश करोगे, तो सब कुछ एक क्षण में जान लोगे। मानव अपनी मृत्यु के अहसास से डर जाता है, सिहर जाता है और बिखर जाता है। भयभीत हो जाता है। लेकिन यह भय तो छद्म है। मिथ्या है। […]

Old Age Home | Caring Shelter

किसी का दर्द ले सके तो ले उधार | डॉ पंकज चतुर्वेदी | If you can take someone’s pain, then borrow it | Dr Pankaj Chauturvedi

किसी का दर्द ले सके तो ले उधार कोट्टाराकारा का मार थोमा एपिस्कोपल जुबली मंदिरम देश के हजारों वृद्धाश्रमों की तरह बूढ़े, निराश्रित और गंभीर रूप से बीमार उन तमाम लोगों के लिए अंतिम गंतव्य है, जिन्हें उन्हीं लोगों ने छोड़ दिया है, जिन्हें वे सबसे ज्यादा प्यार करते थे। भीषण समस्याओं के बीच चल […]