साथी बनिए, ख़ुदा नहीं देखिये यूं सामान्य रूप से देखें तो सिर्फ अंग्रेजी और हिंदी का फर्क है लेकिन मुझसे पूछिए तो जिन लोगों को भी आप डिसेब्ल्ड का नाम देते हैं, उनमें ९५ प्रतिशत से ज्यादा लोग विकलांग भले हों, डिसेबल्ड नहीं है। हो सकता है किसी दुर्घटना, किसी रोग, किसी जन्मजात शारीरिक अवस्था […]