हमारे पालतू हमारे साथी कालांतर से मनुष्य का जुडाव़ पशु-पक्षियों से रहा है। लोक कथाओं में पशु-पक्षियों का विवरण खूब मिलता है। साधु-संतों के आश्रम पशु-पक्षियों से गुलजार रहा करते थे। पशु-पक्षी पर्यावरण संतुलन को बनाये रखते हुये माहौल को सुंदर और गतिशील बनाते हैं। इनकी प्राकृतिक हरकतों से हमारा तनाव, दबाव, थकान, पीडा ,दूर […]