चोटी पर न पहुंचे हुए लोग मुझ पर आजकल जबरदस्त हीनता का बोझ सवार है। कारण, मैं पहाड़ पर कभी नहीं गई इस बात को छुपाना चाहती थी। पर, जानती हूं कि अब छुप नहीं पाएगी। लोगों को बहुत जल्दी ही इस बात का पता लग जाएगा कि हिंदी की अमुक लेखिका अभी तक […]

चोटी पर न पहुंचे हुए लोग मुझ पर आजकल जबरदस्त हीनता का बोझ सवार है। कारण, मैं पहाड़ पर कभी नहीं गई इस बात को छुपाना चाहती थी। पर, जानती हूं कि अब छुप नहीं पाएगी। लोगों को बहुत जल्दी ही इस बात का पता लग जाएगा कि हिंदी की अमुक लेखिका अभी तक […]
घूम अकेला अकेले घूमने के लिए व्यक्ति में कुदरती तरंग और अनदेखा देखने की तलब सबसे जरूरी हैं। बाकी की सब बातें उसके बाद ही आती हैं। रोमांच, जीवट और संकट से खेलने की ललक, प्राकृतिक-सौंदर्य, भांति-भांति के भू-भाग, पहाड़-मैदान, लोग, भाषा-बोली, रिवाज, लोक-परंपरा आदि में रुचियों तथा अपनी अपनी क्षमता के अनुसार आप कहीं […]