पानी पानी रे रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून। पानी गए न उबरै, मोती मानुष चून॥ जल के महत्व को अपने इस दोहे में दर्शाते हुए रहीम कहते हैं कि यदि जल समाप्त हो गया, तो न तो मोती का कोई महत्व है, न मनुष्य का और न चूने का। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी […]