आजादी के बाद बदलता समाज और साहित्य और स्त्री लेखन की चुनौतियां ‘कोई औरत कलम उठाए इतना दीठ जीव कहलाए उसकी गलती सुधर न पाए उसके तो लेखे तो बस ये है पहने-ओढ़े, नाचे गाए‧‧‧’ —-(वर्जिनिया वुल्फ) प्रसिद्ध स्त्रीवादी लेखिका वर्जीनिया वुल्फ ने जिन दिनों औरत और कथा साहित्य विषय पर भाषण देने की […]
working women
Vishakha Guidelines: A Great Initiative That is Failing to Serve The Purpose!
Vishakha Guidelines Vijaya Rahatkar, Chairperson Mahila Ayog (Maharashtra) explains the legalities involved in dealing with sexual harassment at the workplace and while highlighting basic flaws The Sexual Harassment of Women at Workplace (Prevention, Prohibition and Redressal) Act, 2013, is yet to instil a sense of security among working women. Hardly any employer has complied with […]
गृहोद्योगाचा सूर्योदय: डॉ. मेधा पुरव-सामंत
१. गृहोद्योग साठी भांडवल कसे उभारावे? पुण्या–मुंबईबरोबरच इतर लहान– मोठ्या शहरांतूनही मायक्रो फायनान्स करणाऱ्या कंपन्या, नॉन बँकिंग कोप्रतीओन, तसेच ना नफा–ना तोटा तत्वावर चालणार्या संस्था कार्यरत आहेत, ज्या अगदी गरीब महिलांनादेखील उद्योगधंद्यासाठी भांडवल पुरवतात. गरीब स्त्रियांहून थोडा वरचा वर्ग म्हणजे ज्यांच्याकडे तारण, जामीन आहे. अशा स्त्रियांसाठी बरेच पर्याय आहेत. बऱ्याचशा सहकारी बँकां अशा महिलांना कर्ज देतात. […]
डिजिटल मीडिया से महिलाएं घर बैठे कर सकती हैं कमाई |
२१ वीं सदी में महिलाओं की जिम्मेदारियां पहले से काफी बढ़ गई हैं। वे घर से बाहर निकलकर हर क्षेत्र(मीडिया) में काम कर रही हैं। गृहिणियों के लिए भी अब बहुत अवसर हैं। वे घर संभालने के साथ– साथ अपने कौशल, रुचि और ज्ञान के अनुसार बहुत से काम कर रही हैं। इससे उन्हें […]